Uttar Pradesh में शिक्षा की उड़ान! बुनियादी भाषा और गणित में सबसे आगे परिषदीय स्कूल

top-news

Uttar Pradesh: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। डायट प्राचार्य राज सिंह यादव ने एनसीईआरटी में आयोजित कार्यशाला में बताया कि यूपी के 48 हजार से अधिक परिषदीय स्कूलों के कक्षा एक और दो के छात्र तय समय से पहले ही बुनियादी भाषा और गणित में निपुण हो चुके हैं। यह उपलब्धि देशभर के अन्य राज्यों की तुलना में कहीं आगे है। कार्यशाला में स्कूल गवर्नेंस रिफॉर्म्स पर चर्चा हुई, जिसमें देशभर के शिक्षाविदों ने अपनी प्रगति साझा की।

Uttar Pradesh: शिक्षा में नवाचार और गुणवत्ता पर जोर

उत्तर प्रदेश में सिर्फ संख्यात्मक नहीं, गुणात्मक रूप से भी शिक्षा में सुधार देखने को मिल रहा है। प्राचार्य ने बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा प्री-प्राइमरी शिक्षा के लिए ‘उदय प्रशिक्षण कोर्स’ तैयार किया गया है, जिसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ECCE एजुकेटर को दिया जा रहा है। साथ ही, सभी जिलों में ECCE एजुकेटर की नियुक्ति की जा रही है। शिक्षकों के नवाचार को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है और तकनीकी शिक्षण विधियों पर काम हो रहा है। हाल ही में जारी Uttar Pradesh परफॉर्मेंस इंडेक्स रिपोर्ट में गौतमबुद्ध नगर जिले की शिक्षा गुणवत्ता को सबसे बेहतर बताया गया है।

देशभर से शिक्षाविदों की मौजूदगी, एनसीईआरटी ने सराहा यूपी का मॉडल

इस कार्यशाला में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, केरल, ओडिशा समेत कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। एनसीईआरटी के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के प्रयासों की विशेष सराहना की और कहा कि “देश में सबसे अच्छा कार्य Uttar Pradesh में हो रहा है।” शिक्षक संदर्शिका निर्माण और शिक्षकों के नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने के प्रयास भी तेज़ी से चल रहे हैं।

चैनल सब्सक्राइब करें : Youtube

ट्विटर पर फॉलो करें : Twitter

Watch This Video

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *