नोएडा जिला अस्पताल में कोविशील्ड का स्टाक खत्म, बैरंग लौटे लोग

- sakshi choudhary
- 23 Dec, 2022
नोएडा। पड़ोसी देश चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के जिले में सतर्कता डोज के लिए लोग सरकारी टीकाकरण केंद्रों की दौड़ लगाने लगे हैं। लेकिन जिले में कोविशील्ड (कोरोना वैक्सीन) का स्टाक खत्म होने के कारण जिला अस्पताल समेत कई जगह वैक्सीनेशन बंद करना पड़ा है।
बुधवार को कोविशील्ड की सतर्कता डोज लगवाने के लिए पहुंचे लोगों को बैरंग लौटकर निजी केंद्रों में 300 रुपये खर्च कर वैक्सीन लगवानी पड़ी। शासन स्तर से कोरोना की सतर्कता डोज के लिए 30 सितंबर की मियाद तय की गई थी, लेकिन इस दौरान संक्रमण होने पर कम ही लोग सामने आ रहे थे।
इस कारण विभाग की ओर से डोर-टू-डोर के साथ ही कई स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण बंद कर दिया गया था। विभाग के पास जो पुराना स्टाक था उसी से छूटे लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। लक्ष्य के सापेक्ष 25 प्रतिशत को सतर्कता डोज लगाई जा सकी है। लेकिन चीन में कोरोना बढ़ते मामलों में लोगों को चिंता में डाल दिया है। मगर कोविशील्ड वैक्सीन की किल्ल लोगों निराशा हाथ में लगी है।
उप जिला टीकाकरण अधिकारी डा. उबैद का कि ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स, सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ और दादरी स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर कोवैक्सीन लगाई जा रही है। विभाग के पास 300 वायल है। कोवैक्सीन 31 जनवरी 2023 अवधि पार की तारीख है।
जांच का दायरा बढ़ाने के साथ होगी जीनोम सिक्वेंसिंग
विभाग कोरोना संदिग्धों की जांच का दायरा बढ़ागा। अभी निजी अस्पताल, लैब और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन 400-500 संदिग्धों की जांच हो रही है। कोरोना संक्रमितों की कान्टैक्ट ट्रैसिंग के बाद जांच कराई जाएगी। पाजीटिव व्यक्ति की निगरानी के लिए कोविड इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर को एक्टिव किया जाएगा।
विदेश से लौटने वाले की निगरानी होगी। पाजीटिव नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। सीएमओ डा. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि संदिग्धों की जांच हो रही है। विभाग के पास पर्याप्त डाक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, मास्क, आक्सीजन और कोविड अस्पताल, मेडिकल कालेज में पर्याप्त संख्या में बिस्तर और आक्सीजन बेड उपलब्ध हैं।

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